WORLD ARTHRITIS DAY WHY DO WOMEN GET RHEUMATOID ARTHRITIS MORE THAN MEN
वर्ल्ड ऑर्थराइटिस डे : पुरुषों की तुलना में महिलाओ को क्यों होता है रूमेटाइड ऑर्थराइटिस?
गठिया (ऑर्थराइटिस) जिसे एक समय केवल उम्र बढ़ने की समस्या माना जाता था, अब तेजी से युवाओं में भी फैल रहा है। नए शोध और मेडिकल आंकड़े बताते हैं कि 35 साल से कम उम्र के लोगों में गठिया के मामले पहले की तुलना में तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका कारण सिर्फ उम्र नहीं, बल्कि हमारी बदलती जीवनशैली और बिगड़ता पर्यावरण है, खासकर वायु प्रदूषण भी है। 45 साल के ऊपर आबादी का 10 प्रतिशत लोगों में गठिया ऑर्थराइटिस की समस्या आती है। इस रोग से पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा पीड़ित होती है। अक्सर हार्मोनल डिस्बैलेंस के कारण यह स्थिति बनती है। रियूमेटोइड गठिया जो एक आटोइम्यून बीमारी है जो प्रमुखता से जोड़ों को प्रभावित करती है। यह 0.5 प्रतिशत से 1 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करता है। अर्थराइटिस के करीब 100 प्रकार होते हैं। लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से 40 प्रतिशत तक बढ़ जाता है इस बीमारी का जोखिम नोएडा में हुए एक शोध के अनुसार लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से ऑटोइम्यून बीमारियों, जैसे रूमेटोइड आर्थराइटिस, का खतरा 40% तक बढ़ जाता है।
शारीरिक गतिविधियों में कमी व मोटापा के कारण युवाओं में बढ़ रहा गठिया इस प्रदूषणः
- प्रदूषण : भोपाल में पिछले एक दशक में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर से ऑर्थराइटिस के मामलों में 15-20% की वृद्धि देखी गई है।
- लाइफस्टाइल : शारीरिक गतिविधियों की कमी और मोटापा के कारण ऑस्टियो ऑर्थराइटिस के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। खासकर युवाओं में यह समस्या 2015 के बाद से दोगुनी हो गई है।
- महिलाओं में वृद्धि : हार्मोनल बदलाव और जीवनशैली से जुड़े कारकों के चलते महिलाओं में गठिया के मामले बढ़े हैं। 2023 तक महिलाओं में ऑर्थराइटिस के मामले पुरुषों की तुलना में लगभग 25% अधिक हैं।
- प्राकृतिक कारण : बढ़ती उम्र, अनुवांशिकता, और खानपान की आदतों में बदलाव जैसे कारक भी जोड़ों की समस्याओं को बढ़ा रहे हैं।
प्रदूषण और ऑर्थराइटिस का संबंधः
- 2010 के मुकाबले 2023 में पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर में वृद्धि के साथ भोपाल में रूमेटोइड ऑर्थराइटिस के केस 15% बढ़े हैं।
- वायु प्रदूषण में रहने वाले लोग अधिक जोड़ों की सूजन और दर्द से ग्रस्त होते हैं।
- पिछले 10 वर्षों में भोपाल में 35 से कम उम्र के लोगों में ऑर्थराइटिस के मामले 20-25% तक बढ़े हैं। 45 साल से अधिक उम्र के लगभग 10% लोग गठिया से पीड़ित हैं।
महिलाओं में अधिक मामले
भोपाल में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ऑर्थराइटिस के मामले अधिक हो रहे हैं। 2023 में हुए एक सर्वे के अनुसार 45 साल से ऊपर की महिलाओं में 12% महिलाएं आर्थराइटिस प्रभावित हैं, पुरुषों में यह आंकड़ा 8% है।
मेडिकल केस और अस्पताल में वृद्धि
2020-2023 के बीच शहर के प्रमुख अस्पतालों में गठिया के मामलों में 30% तक की वृद्धि देखी गई है। Apollo SAGE अस्पताल में हर महीने 40 से अधिक नए गठिया के मरीज आ रहे हैं।
Dr. Arun Tiwari
MD, DM, SCE (UK)
Total Experience:- 12 Years
Best Rheumatologist in Bhopal