WHAT IS A SCHWANNOMA CAUSES TREATMENT CASE STUDY
What Is A Schwannoma : Causes, Treatment, Case Study
Schwannoma एक प्रकार का सौम्य ट्यूमर (गाँठ) है, जो नर्वस सिस्टम के श्वान कोशिकाओं (Schwann cells) से उत्पन्न होता है। ये कोशिकाएँ तंत्रिका तंतुओं के चारों ओर मायेलिन (myelin) नामक पदार्थ का निर्माण करती हैं, जो नर्वस सिग्नल्स के तेजी से प्रवाह में मदद करती हैं। जब श्वान कोशिकाएँ असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो वे एक ट्यूमर का निर्माण करती हैं जिसे Schwannoma कहते हैं। यह आमतौर पर मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, या परिधीय नसों पर विकसित हो सकता है।
Schwannoma का विकास धीमी गति से होता है और यह अक्सर गैर-कैंसरयुक्त होता है, यानी कि यह शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं फैलता। हालांकि, अगर यह ट्यूमर किसी महत्वपूर्ण नस या अंग के पास विकसित होता है, तो यह दर्द, सुन्नता, या अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण पैदा कर सकता है।
इसका निदान आमतौर पर एमआरआई (MRI) या बायोप्सी के माध्यम से किया जाता है। उपचार में सर्जरी, विकिरण चिकित्सा या नियमित मॉनिटरिंग शामिल हो सकती है, जो ट्यूमर के आकार, स्थान और उसके लक्षणों पर निर्भर करता है।
Schwannoma का उपचार सही समय पर कराना ज़रूरी है, क्योंकि इसका विकास आसपास की नसों पर दबाव डालकर तंत्रिका तंत्र को क्षति पहुँचा सकता है।
Causes of Schwannoma:
Schwannoma is a type of tumor that originates from Schwann cells, which form the protective sheath (myelin) around nerves in the peripheral nervous system. The exact cause of schwannoma is often unknown, but several factors are thought to play a role:
- Genetic Mutations: Mutations in specific genes, like the NF2 gene (associated with neurofibromatosis type 2), can cause cells to grow uncontrollably, leading to schwannomas.
- Neurofibromatosis Type 2 (NF2): This genetic disorder predisposes individuals to multiple schwannomas, especially vestibular schwannomas (affecting the nerves responsible for hearing and balance).
- Sporadic Schwannomas: Most cases of schwannomas occur sporadically, without any identifiable genetic predisposition.
- Radiation Exposure: In rare cases, exposure to radiation can increase the risk of developing schwannomas.
- Trauma: Some studies suggest that nerve damage or injury may trigger the growth of schwannomas, though this is less common.
Symptoms of Schwannoma:
Symptoms vary based on the tumor's location and size. Common signs include:
- Pain or discomfort in the affected area
- Numbness, tingling, or weakness due to nerve compression
- Balance issues (if affecting the vestibular nerve)
- Hearing loss or tinnitus (in the case of vestibular schwannoma)
- Muscle weakness or motor control issues
Treatments for Schwannoma:
Treatment depends on the size, location, and symptoms caused by the schwannoma. The goal is to reduce the tumor's impact on surrounding nerves while preserving function.
Observation:
- Watchful Waiting: If the tumor is small and not causing symptoms, regular monitoring through imaging (MRI or CT scans) may be recommended to track its growth.
Surgical Removal:
- Complete or Partial Resection: Surgery is often the preferred treatment for symptomatic or growing schwannomas. In some cases, complete removal of the tumor is possible without damaging surrounding nerves. However, in areas where the tumor is deeply embedded, partial removal might be done to reduce nerve damage.
Radiation Therapy:
- Stereotactic Radiosurgery (SRS): For tumors that are difficult to reach surgically or in patients who are not good candidates for surgery, targeted radiation can be used to shrink the tumor or stop its growth.
- Conventional Radiation: For larger or inoperable tumors, conventional radiation therapy might be used.
Medications:
- Pain Management: If the tumor is causing pain, medications such as pain relievers, anti-inflammatory drugs, or even nerve pain medications (like gabapentin) might be prescribed.
Rehabilitation:
- If the schwannoma has caused muscle weakness or sensory issues, physical therapy may help in regaining strength and function after treatment.
Early diagnosis and management of schwannoma are key to preventing complications, especially nerve damage that may become irreversible.
वागल श्वान्नोमा का ऑपरेशन करना मुश्किल है क्योंकिः
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स्थिति कठिन होती है:
ट्यूमर गले में एक बहुत ही महत्वपूर्ण जगह पर होता है, जैसे कि रीढ़ की हड्डी और मुख्य रक्त वाहिकाएँ, जैसे कैरोटिड आर्टरी और जगुलर वेन, जो मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करती हैं।
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तंत्रिका तंत्र जटिल होता है:
वागल नर्व की बहुत सारी शाखाएँ होती हैं, जो मुख्य अंगों जैसे हृदय आदि की आपूर्ति करती हैं। इसीलिए इसे संभालना काफी जटिल काम होता है। ऑपरेशन के समय हृदय गति बहुत कम हो जाती है और जान का खतरा तक हो जाता है। हमारी एनेस्थीसिया टीम ने इसके लिए सभी तैयारी की और कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ की मदद से उचित सावधानियाँ लीं।
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ट्यूमर का आकार और आकार अलग-अलग होता है:
ट्यूमर बड़े, छोटे या नर्व के चारों ओर लिपटे हुए हो सकते हैं। कभी-कभी नर्व को बचाना असंभव हो जाता है, जैसा कि हमारे मामले में हुआ।
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नर्व को क्षति का खतरा होता है:
वागल नर्व को थोड़ी सी भी क्षति से आवाज, निगलने या सांस लेने में समस्या हो सकती है। अगर ट्यूमर ने नर्व को पूरी तरह फंसा लिया है तो नर्व को बचाना संभव नहीं होता।
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ऑपरेशन के दौरान मॉनिटरिंग आवश्यक होती है:
सर्जरी के दौरान नर्व फंक्शन की निरंतर मॉनिटरिंग आवश्यक होती है ताकि नुकसान को कम किया जा सके। खून बहने और हेमोरेज का खतरा होता है: ट्यूमर के मुख्य रक्त वाहिकाओं जैसे कि कैरोटिड और जगुलर के पास होने से खून बहने का खतरा बढ़ जाता है।
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रिकवरी और पुनर्वास जरूरी है:
सर्जरी के बाद मरीजों को आवाज, निगलने या सांस लेने में कठिनाइयों के लिए व्यापक पुनर्वास की आवश्यकता हो सकती है। सर्जनों को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और अनुभव की आवश्यकता होती है।
वागल श्वान्त्रोमा एक दुर्लभ, गैर-कैंसरयुक्त ट्यूमर है जो वेगस नस पर बढ़ता है। इसके लक्षणों में गले की सूजन, आवाज में बदलाव, निगलने में कठिनाई, और सांस लेने में समस्या शामिल हो सकते हैं। इसका इलाज सर्जरी से किया जाता है, लेकिन इसके लिए विशेष प्रशिक्षण और अनुभव की आवश्यकता होती है।
Case Review
शालू पाटिल, 57 वर्ष की महिला, जो भोपाल बीएचईएल की निवासी हैं, हमारे पास आईं। उनके बाएं गर्दन के क्षेत्र में 3- 4 साल से धीरे-धीरे बढ़ती हुई सूजन थी। भोपाल के कुछ अस्पतालों में परामर्श करने के बाद भी सही निदान नहीं हुआ था। धीरे-धीरे उन्हें खाना निगलने में कठिनाई और आवाज में कुछ बदलाव महसूस हुआ। हमारे यहाँ आने के बाद उनकी जांच की गई, और सीटी, एमआरआई स्कैन और अन्य परीक्षण किए गए, जिनसे वेगस नर्व schwannoma का निदान पुष्टि हो गई। इसके बाद परिवार के साथ चर्चा करके सर्जिकल एक्सीजन की योजना बनाई गई। यह वेगस नर्व का ट्यूमर है, जो हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण नसों में से एक है, जो पाचन तंत्र, आवाज, और हृदय की धड़कन जैसे कई अंगों को नियंत्रित करता है। डॉ. दिशा की एनेस्थेसिया टीम और Dr. Gaurav Khandelwal की कार्डियोलॉजी समर्थन के साथ, सर्जन्स की टीम Dr. Ankit Mishra, Dr. Andita Desai ने ऑपरेशन किया, जो बिना किसी अपेक्षित Shalu Patil जटिलता के सफल रहा। मरीज को पोस्ट ऑप डे 2 पर छुट्टी दे दी गई। ऑपरेशन के 24 घंटों में ही मरीज ने अच्छी तरह से खाना शुरु कर दिया और बाद में फॉलो-अप में भी मरीज पूरी तरह संस्वस्थ पाए गए। वर्तमान में वे आवाज और निगलने की थेरपी पर हैं, जैसा कि सलाह दी गई थी।
Our Clinical Team
- Dr. Ankit Mishra
- Dr. Andita Desai
- Dr. Gaurav Khandelwal
- डॉ. दिशा की एनेस्थेसिया टीम