TAVR TRANSCATHETER AORTIC VALVE REPLACEMENT IN INDIA WITH APOLLO SAGE
टावर(TAVR-Transcatheter Aortic Valve Replacement) पद्धतिः बिना सर्जरी के बदल सकते हैं हार्ट का वॉल्व
कार्डियेक इमरजेंसी में सबसे पहले अपोलो सेज हॉस्पिटल्स
उम्र 60-65 वर्ष होने पर कई बार लोगों के हार्ट का एओर्टिक वाल्व (Aortic Valve) सुकड़ जाता है। एओर्टिक स्टीनॉसिस (Aortic Stenosis) नामक इस बीमारी में, हृदय से शरीर में रक्त के प्रवाह में रुकावट आती है। हार्ट में दबाव बढ़ने से सांस फूलने लगती है, सीने में दर्द या फिर बेहोशी हो सकती है। लक्षण आने पर दो-चार साल में मरीज की असमय मृत्यु का खतरा रहता है। सामान्यत इस स्थिति में मरीज की ओपन हार्ट सर्जरी कर वॉल्व बदलना पड़ता है। वृद्ध कमजोर शरीर एवं अन्य बीमारियों की मौजूदगी से इस बड़ी सर्जरी में रिस्क और बढ़ जाती है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में एओर्टिक स्टीनॉसिस के मरीजों के लिए टावर (ट्रान्स कैथेटर एओर्टिक वॉल्व रिप्लेसमेन्ट) पद्धति वरदान साबित हुई है। इसमें जांघ की खून की नस में एक छोटे छेद से तार डालकर हृदय तक पहुंचाया जाता है। तार पर नया टिसु वॉल्व चड़ाकर उसे सुकड़े एओर्टिक वॉल्व की जगह पर गुब्बारे द्वारा फुला दिया जाता है। यह पद्धति मरीज के लिए अत्यंत सुविधाजनक होती है क्योंकि इसमें कोई चीर-फाड़ नहीं होती एवं मरीज को बेहोश नहीं करना पड़ता। पद्धति एक-दो घंटे में हो जाती है। करीब दो दिन में अस्पताल से छुट्टी हो जाती है।
नियमित जांच कराएं
विगत कुछ वर्षों से हार्ट संबंधी बीमारी या अटैक के केस तेजी से बढ़े हैं। युवा वर्ग भी इससे ग्रसित हो रहा है। हालांकि अपने हार्ट का नियमित चेकअप कराने से किसी भी तरह के संभावित खतरे से बचा जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए अपोलो सेज हॉस्पिटल्स में आर्टिफिशियल इनेबल्ड कार्डियक हेल्थ चेक के पैकेज उपलब्ध कराए गए हैं|
Cardiology Facilities with Latest Technology
- कार्डियक कैथीटेराइजेशन (Cathlab) 24X7 इमरजेंसी सर्विस
- कोरोनरी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी
- IVUS, IVL, FFR, Rotablation आदि तकनीकों से आधुनिक एंजियोप्लास्टी
- पेरिफेरल एंजियोग्राफी एवं एंजियोप्लास्टी
- बैलून वल्चुलोप्लास्टी (BMV, SPV, BAV)
- डिवाइस क्लोजर ASD, VSD, PDA
- पेसमेकर इम्प्लांटेशाम / AICD / CRT
- इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी (EP) स्टडी एवं RFA
- TAVI तकनीक
फ्लैट पैनल कैथ लैब
Cardiac Surgery Service in Madhya Pradesh
- कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्ट (CABG Surgery)
- सिंपल और कॉम्प्लेक्स जन्मजात हार्ट डिजीज का सम्पूर्ण इलाज।
- हार्ट वाल्व सर्जरी
- मिनिमली इन्वेसिव कार्डियक सर्जरी (एमआईसीएस)
- टोटल आर्टीरियल ग्राफ्टिंग
- Beating Heart Surgery
- हृदय वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी
- एओर्टिक एन्यूरिज्म रिपेयर सर्जरी
- पेरिफेरल वैस्कुलर सर्जरी
- पीडियाट्रिक हार्ट सर्जरी (दिल में छेद का इलाज)
अपोलो सेज हॉस्पिटल्स के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव खण्डेलवाल के अनुसार अमेरिका में अब एओर्टिक स्टीनॉसिस का इलाज अधिकतर केस में टावर पद्धति से हो रहा है। वे हाल ही में न्यूयार्क, अमेरिका के माऊंट सिनाई हास्पिटल से टावर एवं एडवांस कार्डियोवेस्कुलर इंटरनेन्शन्स में एक साल की फैलोशिप करके लौटे हैं। उनके अनुसार टावर अधिक सुविधाजनक और कम रिस्की है।
Our Cardio Specialist Doctors
Dr. Kisley Shrivastav
Experience : 15 Years
Dr.Sanjeev Gupta
Experience : 14 Years
Dr. Gaurav Khandelwal
Experience : 9 Years