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ApolloSage Hospitals HOW MANY PERCENT OF DISEASES ARE LIKELY TO DEVELOP DUE TO BAD DIET

HOW MANY PERCENT OF DISEASES ARE LIKELY TO DEVELOP DUE TO BAD DIET

56.4% बीमारियों की वजह खराब डाइट, शामिल करें ये फूड हैब्टि्स

56.4% बीमारियों की वजह खराब डाइट, शामिल करें ये फूड हैब्टि्स

ICMR की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 56.4 प्रतिशत बीमारियों की वजह खराब खानपान है। इन्हें देखते हुए ICMR ने खाने और पोषण से जुड़ी 17 डाइटरी गाइडलाइंस जारी की हैं। इनका उद्देश्य जरूरी पोषण को सुनिश्चित करना और मोटापे-डायबिटीज जैसी बीमारियों से लोगों को दूर रखना है। दरअसल आईसीएमआर के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन (NIN) ने ये रिपोर्ट बनाई है। रिपोर्ट के मुताबिक अच्छी डाइट रखने और फिजिकल एक्टिविटीज बनाए रखने से दिल की बीमारियों और हाइपरटेंशन जैसी स्थितियों से बहुत हद तक बचा जा सकता है, साथ ही टाइप-2 डायबिटीज से भी 80 प्रतिशत तक सुरक्षा मिलती है।

विषय सूचि

-56 प्रतिशत बीमारियों की वजह खराब खान-पान
-ICMR ने जारी की 17 गाइडलाइंस
-39% लोगों में पोषक तत्वों की कमी (खाद्य सुरक्षा 2023 रिपोर्ट)
-पोषण को लेकर W.H.O. की गाइड लाइन
-संतुलित आहार क्या है?
-संतुलित आहार के फायदे
-युवाओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी
-बच्चों के लिए बैलेंस डाइट आवश्यक
-संतुलित आहार के लिए इन खाद्य पदार्थों  के सेवन से बचें
- हफ्ते भर का संतुलित डाइट चार्ट
-निष्कर्ष
-समस्या से जुड़े सवाल

ICMR गाइडलाइंस की अहम बातें

  • एनआईएन ने नमक कम खाने, फैट और ऑयल सीमित मात्रा में लेने, एक्सरसाइज करने, शुगर और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड को कम करने की सलाह दी है।
  • एनआईएन का सुझाव है कि मोटापे से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की जरूरत है साथ ही फूड लेबल्स में लिखी जानकारी को ठीक ढंग से पढ़कर इनफॉर्म्ड च्वाइस अपनाने की सलाह दी है।
  • इंक्लूसिव डाइट: प्लांट बेस्ड डाइट को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, लेकिन तार्किक ढंग से मांस बेस्ड प्रोटीन, जैसे रेड मीट को भी खाने में शामिल करना चाहिए। हर दिन 70 ग्राम और हफ्ते में 500 ग्राम तक मीट बेस्ड प्रोटीन लेने की सलाह दी गई है।
  • बच्चों और युवाओं को डेली डाइट में दूध शामिल करने की सलाह दी गई है।
  • सामान्य युवाओं और गर्भवती महिलाओं को गैर जरूरी आयुर्वेदिक खुराक या पारंपरिक आयुर्वेदिक नुस्खों का उपयोग करने की जरूरत नहीं है।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लेक्टेयर और फेनुग्रीक जैसे खास आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स ना देना।
  • शिशुओं को शहद के इस्तेमाल की मनाही। रोजाना खाना बनाने के लिए सीड्स ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • घी, पॉम ऑयल और कोकोनट ऑयल जैसे सैचुरेटेड फैट्स की मात्रा को घटाना चाहिए। पिंक या ब्लैक सॉल्ट कोई बेहतर सॉल्ट कैटेगरी में नहीं हैं।
  • हेल्दी शुगर जैसी कोई चीज नहीं है, इसमें शुगर, गुड़, हनी सभी शुगर के ही टाइप हैं। कोई भी एक दूसरे से बेहतर नहीं है।

39% लोगों में पोषक तत्वों की कमी (खाद्य सुरक्षा 2023 रिपोर्ट)

अपने भोजन में किन-किन जरूरी पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, हमें हर दिन के खाने से सभी विटामिन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिनकी हमारे शरीर को जरूरत होती है। खाद्य सुरक्षा 2023 रिपोर्ट के मुताबिक , भारत की लगभग 74 फीसदी जनसंख्या स्वस्थ्य आहार पर होने वाले खर्च को उठाने में असमर्थ है और 39 फीसदी लोगों में पोषक तत्वों की कमी है। ऐसे में भारत को पोषण सप्ताह की जरूरत और भी अधिक हो जाती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)  के अनुसार जीवन भर स्वास्थ्य आहार लेने से कुपोषण के साथ- साथ कई तरह की गैर संचारी बीमारियों और मधुमेह, ह्वद्यय रोग, स्ट्रोक और कैंसर जैसी स्तिथियों से बचाव होता है। संतुलित और स्वस्थ्य आहार व्यक्ति की उम्र, लिंग, जीवनशैली और शारीरिक गतिविधि जैसी व्यक्तिगत विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग होती है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत में कुपोषण की वजह से हर साल पांच साल से कम उम्र के लगभग 10 लाख से अधिक बच्चों की मौत हो जाती है। वहीं देश की आधी आबादी भरपूर्ण पोषण संबंधी आहार लेने में पीछे है। वल्र्डोमीटर के अनुसार भारत की 14.37 फीसदी आबादी कुपोषित है, जो लगभग 16.1 करोड़ है।

पोषण को लेकर क्या कहती है W.H.O. की गाइड लाइन

एक स्वस्थ आहार में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं जो आपके कैलोरी में शामिल रहते हुए आपके शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व प्रदान करते हैं। एक स्वस्थ और संतुलित आहार कई बीमारियों के खतरों को कम करने में मदद करता है, जिसमें हृदय और यकृत से संबंधित बीमारियां भी शामिल हैं।

संतुलित आहार क्या है?

सीधे शब्दों में कहें तो संतुलित आहार एक ऐसा आहार है, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जिसमें कार्ब्स, प्रोटीन, फैट, विटामिन, खनिज और फाइबर शामिल हैं। यह ताजे फलों और सब्जियों को प्रोसेस्ड फूड्स पर प्राथमिकता देकर भोजन सेवन को बढ़ावा देता है। इसका  एक  मात्र उद्देश्य शरीर की ऊर्जा को बनाए रखना, शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाना और पुरानी बीमारियों को शरीर में वापस आने से रोकना है। पर्याप्त सब्जियों और फलों का सेवन किसी भी व्यक्ति के रेगुलर डाइट चार्ट को एक जबरदस्त बूस्ट प्रदान करता है।

संतुलित आहार के फायदे

संतुलित आहार आपके स्वास्थ्य को कई लाभदायक फायदे प्रदान करता है। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, वजन को कंट्रोल करने में मदद करता है साथ ही पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करता है। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं साथ ही शरीर को निरंतर उर्जा शक्ति  भी मिलती रहती है और लाइफ का परफेक्ट बैलेंस बना रहता है।

युवाओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी

वयस्कों के लिए संतुलित आहार का महत्व उनके सर्वोत्तम शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। वे संतुलित आहार का पालन करके कई फायदे प्राप्त कर सकते हैं, जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है और पुरानी बीमारियों की शरीर में वापसी का खतरा भी बहुत कम हो जाता है।

संतुलित आहार के  मुख्य  लाभ

  • वेट कंट्रोल  : स्वस्थ भोजन अतिरिक्त कैलोरी के बिना  शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जो वेट कंट्रोल में पूरी तरह से मददगार है।
  • पुरानी बीमारियों की वापसी का जोखिम कम: पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन कार्डियोवास्कुलर डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज, हाइपरटेंशन, थायराइड और कुछ प्रकार के कैंसर जैसे रोगों के वापसी भरे जोखिम को पूरी तरह से कम कर देता है।
  • ऊर्जा स्तर में आती है तेजी : उचित डाइट शरीर को पोषण देता है और इस प्रकार शरीर की एनर्जी पूरी तरह से बढ़ जाती है। 
  • मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मस्तिष्क के काम, मूड कंट्रोल और तनाव से हमारी दूरी बनाए रखता है, जो आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
  • बेहतर डाइजेशन: फाइबर, फलों, सब्जियों और प्रोबायोटिक्स से भरपूर आहार नियमित मल त्याग और स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को बढ़ावा देता है।
  • बालों के लिए स्वस्थ आहार जरूरी : प्रोटीन, आयरन, विटामिन (खासकर C, A, और E), ओमेगा-3 फैटी एसिड, बायोटिन, जिंक और सेलेनियम से भरपूर आहार स्वस्थ बाल बनाए रखने में हमारी मदद करता है।

बच्चों के लिए बैलेंस डाइट आवश्यक

बच्चों के लिए बैलेंस डाइट बहुत जरूरी है। एक बच्चा जब बैलेंस डाइट लेने की रेगुलर हैबिट अपने जीवन में बचपन से ही शामिल कर लेता है तो उनका भविष्य अपने आप ही सुरक्षित हो जाता है।

  • 1. स्वस्थ विकास : जो बच्चे संतुलित आहार चार्ट के अनुसार भोजन का सेवन करते हैं, उनका पूर्ण शारीरिक विकास तेजी से होने लगता है।
  • 2. इम्यून सिस्टम में मजबूती: पोषक तत्वों से भरपूर स्वस्थ आहार आदतें इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देती हैं और बच्चों को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं।
  • 3. एक्रागता बढ़ती है: उचित पोषण के सेवन से बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है जिससे उनकी मेमोरी पॉवर की क्षमता, सोचने समझने की शक्ति में प्रबल तरीके से तेजी आती है। 
  • 4. अच्छी आदतें: बचपन के विकास में संतुलित आहार इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे बच्चे के पूरे जीवन के लिए एक बेहतरीन शारीरिक नींव बनाए रखने में मदद मिलती है। स्वस्थ्य शरीर और स्वस्थ्य मस्तिष्क की वजह से वो जीवन पर्यंत अच्छी आदतों को बड़ी आसानी से अपने जीवन में शामिल कर पाते हैं।

इन फूड आइट्म्स का सेवन बैलेंस डाइट के लिए जरूरी

शरीर की बैलेंस डाइट मजबूत बनी रहे, इसके लिए बहुत जरूरी है कि खाने में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फैट, विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर को रेगुलर तरीके से शामिल किया जाए।

कार्बोहाइड्रेट्स

कार्बोहाइड्रेट शरीर के ऊर्जा का मुख्य स्रोत है, जो रेगुलर एक्टिविटीज और शारीरिक कार्यों के लिए ईंधन की तरह कार्य करता है। स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट के स्रोत में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और दालें मुख्य रूप से शामिल हैं।

प्रोटीन

प्रोटीन टीसू निर्माण और उनकी मरम्मत , एंजाइम और हार्मोन के उत्पादन व  इम्यून फंक्शन को बेहतर बनाए रखने के लिए बहुत आवश्यक है। प्रोटीन के अच्छे स्रोतों में लीन मीट, पोल्ट्री, मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद, दालें, नट्स और बीज शामिल हैं।

फैट

हेल्दी फैट मस्तिष्क के कार्य, हार्मोन उत्पादन और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए आवश्यक हैं। एवोकाडो, नट्स, बीज, ऑलिव ऑयल और फैटी फिश जैसी अनसैचुरेटेड वसा स्रोतों को चुनें, वहीं सैचुरेटेड और ट्रांस फैट का सेवन कम करें।

विटामिन्स

विटामिन माइक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं जो शरीर में विभिन्न भूमिकाएं निभाते हैं, जिसमें इम्यून फंक्शन, आंखों की रौशनी में तेजी, टीशू कल्चर में तेजी शामिल हैं। आवश्यक विटामिन्स जैसे विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स प्राप्त करने के लिए विभिन्न फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करें।

मिनरल्स

मिनरल्स तरल संतुलन को बनाए रखने, हड्डियों और दांतों के निर्माण और नसों और मांसपेशियों के कार्य को सही तरीके से  करने में मदद करता है। मिनरल्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बीज, डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज और लीन मीट जैसे भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।

फाइबर

फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने, नियमित मल त्याग को बढ़ावा देने, कब्ज को रोकने और हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। साबुत अनाज, फल, सब्जियां, दालें, नट्स और बीजों का सेवन करके फाइबर का सेवन बढ़ाएं।

संतुलित आहार के लिए इन खाद्य पदार्थों  के सेवन से बचें

स्वस्थ, संतुलित आहार बनाए रखने के लिए, कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।

1. प्रोसेस्ड फूड्स: अस्वस्थ फैट और शुगर लेवल को बढ़ा देता है

2. मीठे पेय: अतिरिक्त शुगर और खाली कैलोरी से भरे

3. ट्रांस फैट: तले हुए और प्रोसेस्ड फूड्स में पाए जाते हैं, हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं

4. अत्यधिक सोडियम: प्रोसेस्ड और फास्ट फूड्स में पाया जाता है, हाइपरटेंशन और हृदय रोग को बढ़ाता है

हफ्ते भर का संतुलित डाइट चार्ट

एक सप्ताह का बैलेंस डाइट चार्ट बाकि के महीनों में रिपीट कर, मैक्रोन्यूट्रिएंट्स को संतुलित कर हम एक स्वस्थ्य जीवन के सपने को साकार कर सकते हैं।

Diet Chart

दिन 1 नाश्ता: फल और नट्स के साथ ओट्स दोपहर का भोजन: रोटी, दाल, मिक्स्ड सब्जी और सलाद रात का खाना: ग्रिल्ड मछली, ब्राउन राइस और हल्की तली हुई सब्जियां
दिन 2 नाश्ता: इडली, सांभर और नारियल चटनी दोपहर का भोजन: क्विनोआ पुलाव, राजमा करी और खीरे का रायता रात का खाना: चिकन करी, चपाती और पालक सलाद
दिन 3 नाश्ता: होल-ग्रेन टोस्ट, एवोकाडो और उबला हुआ अंडा दोपहर का भोजन: क्विनोआ पुलाव, राजमा करी और खीरे का रायता रात का खाना: मसूर दाल का सूप, जौ और भाप में पकी ब्रोकोली
दिन 4 नाश्ता: डोसा, चटनी और सांभर दोपहर का भोजन: चना करी, ब्राउन राइस और खीरा सलाद रात का खाना: टोफू स्टिर-फ्राय, नूडल्स और मिक्स्ड ग्रीन्स सलाद
दिन 5 नाश्ता: पोहा, मूंगफली और नींबू के साथ दोपहर का भोजन: पालक और पनीर करी, चपाती और गाजर सलाद रात का खाना: ग्रिल्ड चिकन ब्रेस्ट, क्विनोआ और भुनी हुई सब्जियां
दिन 6 नाश्ता: उपमा, सब्जियां और नारियल चटनी दोपहर का भोजन: राजमा (किडनी बीन्स) करी, जीरा राइस और खीरा रायता रात का खाना: कुछ वेजिटेबल सूप, होल-ग्रेन ब्रेड और ग्रिल्ड टोफू स्क्यूअर्स
दिन 7 नाश्ता: मूंग दाल चीला, पुदीना चटनी दोपहर का भोजन: व्होल व्हीट पास्ता, टोमेटो सॉस, ग्रिल्ड चिकन और पालक सलाद रात का खाना: मछली करी, ब्राउन राइस और हल्की तली हुई सब्जियां

निष्कर्ष

अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है और संतुलित आहार लेना वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता।  पोषण को समझकर और संतुलित आहार का सेवन कर लोग अपने शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।  अपोलो सेज हॉस्पिटल्स की  लैब्स की सटीक रक्त परीक्षण और स्वास्थ्य जांच लोगों को अपने स्वास्थ्य को  स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए सक्रिय कदम उठाने में मदद करती है। हमारे योग्य तकनीशियनों की टीम घर पर ही रक्त के नमूने का संग्रह प्रदान करती है, जिसमें रिपोर्टें ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध होती हैं। विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए  अपोलो  सेज हॉस्पिटल पर भरोसा करें और आज ही अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण प्राप्त करें।

समस्या से जुड़े सवाल

1. खराब आहार के तीन परिणाम क्या हैं?

खराब आहार के कारण निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं
वजन बढ़ना और मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी दीर्घकालिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

2.  क्या संतुलित आहार से वजन कम हो सकता है?

हां, संतुलित आहार वजन कम करने में मदद कर सकता है, बशर्ते इसमें उचित मात्रा में भोजन शामिल हो साथ ही पौष्टिक, कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों पर ध्यान दिया जाए। इसे नियमित शारीरिक गतिविधि के साथ मिलाकर स्वस्थ वजन घटाने में मदद मिल सकती है।

3. संतुलित आहार क्यों महत्वपूर्ण है?

संतुलित आहार खाना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। यह स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है, ऊर्जा बढ़ाता है, मस्तिष्क के कामकाज का समर्थन करता है और बीमारियों के जोखिम को कम करता है।

4. स्वस्थ भोजन आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा?

स्वस्थ भोजन करने से आपकी ऊर्जा में सुधार हो सकता है, आपका मूड बेहतर हो सकता है, आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद मिल सकती है और कई बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है। 

5. बच्चों के लिए संतुलित आहार क्या है?

बच्चों के लिए संतुलित आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दुबले प्रोटीन (जैसे अंडे, मांस और बीन्स) और कैल्शियम के लिए डेयरी शामिल हैं। बच्चों के शरीर की ऊर्जा बनाए रखने के लिए वसा की भी आवश्यकता होती है। एवोकाडो और नट्स के सेवन से शरीर में वसा का संतुलन बना रहता है।

अपोलो सेज हॉस्पिटल के बारे में 

अपोलो सेज हॉस्पिटल एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल है और पूरे क्षेत्र में रोगियों और उनके परिवारों द्वारा भरोसेमंद अग्रणी, प्रतिष्ठित और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में से एक है। यहां कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, आर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, यूरोलॉजी, लिवर ट्रांसप्लांट, बोन मेरो  ट्रांसप्लांटेशन , नेफ्रोलॉजी , गायनोकोलॉजी और अन्य सहित सभी प्रमुख विभाग हैं। अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं और तकनीक से सुसज्जित है। यहां अत्यधिक योग्य और अनुभवी डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की एक टीम है, जो रोगी को चौबीसों घंटे देखभाल प्रदान करते हैं।

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