Talk To ApolloSage Hospital On Social Media:

Helpline No. : 0755-3505050
ApolloSage Hospitals CANCER DETECTION AND PREVENTION A STEP TOWARDS A HEALTHY LIFE

CANCER DETECTION AND PREVENTION A STEP TOWARDS A HEALTHY LIFE

कैंसर की पहचान और बचाव: स्वस्थ जीवन की दिशा में एक कदम

कैंसर की पहचान और बचाव: स्वस्थ जीवन की दिशा में एक कदम

कैंसर गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, ये मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। कैंसर के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कैंसर का खतरा सभी उम्र के लोगों में बढ़ता जा रहा है, ऐसे में कम उम्र से ही इसके लिए बचाव के प्रयास करते रहना जरूरी हो जाता है। हर साल लाखों लोगों की मौत कैंसर के कारण हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार संतुलित खान-पान और समय रहते अगर इसकी जांच एवं उपचार करा लिया जाए, तो लोग कैंसर जैसी बीमारी से भी ठीक हो सकते हैं। पूर्व के दिनों में लाइलाज हुआ करता था, लेकिन आज के समय में कैंसर का इलाज पूरी तरह संभव है। मगर इसके लिए समय पर इसकी पहचान बेहद जरूरी है। ताकि, समय पर मरीज का इलाज शुरू कर उसकी जान बचाई जा सके। इस क्रम में कैंसर जैसे भयानक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। वहीं, राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। जब शरीर की कोई कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, तो वो कैंसर को जन्म देती हैं, जिसका इलाज बहुत महंगा है और कुछ सीमित जगहों पर ही कैंसर का इलाज होता है।

कैंसर के कुछ प्रकार

ब्लड कैंसर

  • आमतौर पर सबसे ज्यादा ब्लड कैंसर होता है। इस टाइप के कैंसर में व्यक्ति के शरीर की रक्त कोशिकाओं में कैंसर जन्म ले लेता है। इससे शरीर में खून की भी कमी हो जाती है। ब्लड कैंसर तेजी से पूरे शरीर में फैल जाता है।

फेफड़ों का कैंसर

  • इस कैंसर में मरीज को सांस लेने में समस्या होती है। इससे बलगम जमना, हड्डियों-जोड़ों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और भूख ना लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

स्किन कैंसर

  • हाल ही के कुछ समय में स्किन कैंसर मामले काफी ज्यादा आ रहे हैं। गर्मी के मौसम में स्किन कैंसर ज्यादा होता है। इसके अलावा अच्छा भोजन न करने के कारण भी ये कैंसर पैदा हो सकता है।

 ब्रेन कैंसर

  • व्यक्ति के सिर में ब्रेन कैंसर पैदा होता है, जिसे ब्रेन ट्यूमर भी कहते हैं। पीड़ित व्यक्ति के दिमाग वाले भाग में एक गांठ बन जाती है, जो समय के साथ बढ़ने लगती है। फिर ये पूरे दिमाग में जगह बना लेती है।

स्तन कैंसर

  • स्तन कैंसर को ब्रैस्ट कैंसर भी कहते हैं, ये महिलाओं में ज्यादा देखी गई है। इस टाइप के कैंसर में महिलाओं के स्तन में एक गांठ बन जाती है, जो समय के साथ- साथ बढ़ती और काफी ज्यादा दर्द महसूस होता है।

मुंह का कैंसर

  • गुटखा, तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों में ज्यादातर मुंह का कैंसर होता है।

लिवर कैंसर

  • खानपान में गड़बड़ी या लिवर में बीमारी होने के कारण यह कैंसर हो जाता है। इससे लिवर में कैंसर की कोशिकाएं पैदा होती हैं, जो धीरे धीरे लिवर को खत्म कर देती हैं।

बोन कैंसर

  • ये कैंसर हड्डियों में पैदा होता है, कई बार हड्डियों में चोट लगने के कारण या पुरानी चोट के कारण भी बोन कैंसर पैदा हो जाता है।

लंग कैंसर

लंग कैंसर भी सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है, ये कैंसर शराब पीने, गुटखा खाने और नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण गले में पैदा होती है।

इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

  • शरीर के किसी भी भाग में उभार या गांठ वजन अचानक कम होना या बढ़ जाना किसी भाग से बहुत खून बहना
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
  • खांसी व गले की खराश
  • बार-बार बुखार रहना
  • लगातार थकान व त्वचा में बदलाव.
  • सांस फूलना, आवाज बदल जाना
  • पाचन संबंधी समस्या, कब्ज या दस्त होना

कैंसर से बचाव के कुछ उपाय

  • धूम्रपान से बचे।
  • शराब के सेवन से बचे।
  • फाइबर युक्त आहार का नियमित सेवन करें।
  • ज्यादा फैट (वसा) लेने से बचें
  • हेपेटाइटिस बी और एचपीवी का टीका जरुर लगावाएं
  • तनाव से बचें और हेल्दी जीवनशैली को अपनाएं

कैंसर के लिए उपचार

  • सर्जरी (Surgery)
  • नियमित रूप से विशेषज्ञों के अनुसार सारे वैक्सीन लें।
  • विकिरण थेरेपी (Radiation Therapy)
  • बीएमआई चेक करते रहें।
  • कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
  • हेल्दी जीवनशैली को अपने जीवन में अपनाएं।
  • इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)
  • लक्षित दवा थेरेपी (Targeted Drug)
  • तनाव से बचें, नियमित सुरक्षित वर्कआउट करें।
  • हार्मोन थेरेपी (Hormone Therapy)

समय पर पता चले तो संभव कैंसर का इलाज, बच सकती है जान : डॉ. राहुल अग्रवाल

कैंसर स्पेशलिस्ट और सर्जन डॉ. राहुल अग्रवाल का मानना है कि यदि सही समय पर कैंसर के लक्षणों की पहचान हो जाए, तो इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश कैंसर के बहुत से लक्षणों का शुरुआत में पता नहीं चल पाता है, और जब तक पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। कैंसर के संकेतों और लक्षणों की शुरुआत में पहचान हो जाए, तो इन्हें बढ़ने या कैंसर की पहली या दूसरी स्टेज में जाने से रोका जा सकता है और सफल इलाज में मदद मिल सकती है। वै है। कैंसर सर्जन डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि आज के समय में कैंसर के लिए बेहतर जांच और इलाज उपलब्ध हैं, जिनकी बदौलत मरीज पहले से कहीं अधिक समय तक जीवित रह रहे हैं। नियमित जांच कराने से बीमारियां जल्दी पकड़ में आती हैं और उनका इलाज आसान हो जाता है। उन्होंने कहा कि भारत में 6 तरह के कैंसर ज्यादा होते हैं, जिसमें स्तन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है। उन्होंने बताया कि कैंसर के कई प्रकार की तरह के इसके लक्षण भी अलग-अलग हैं। डॉ. राहुल अग्रवाल ने महिलाओं में सबसे ज्यादा स्तन और सर्वाइकल कैंसर र फैल रहा है। उन्होंने बताया कि यह कैसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरु होता है। इसे चामन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण से जुड़ा हुआ पाया गया है। डॉ. अग्रवाल सर्वाइकल कैंसर से बचाव पर बताते है कि एचपीवी वैक्सीन और स्क्रीनिंग की मदद से इसे रोका जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए रेगुलर स्क्रीनिंग और एचपीवी वैक्सीनेशन कराना चाहिए।

सर्जन डॉ. राहुल अग्रवाल
MS, MCh (Surgical Oncology)
Best Surgical  Oncologist in Bhopal

Call Us Now+91 9303972510 Book Appointment

Request A Call Back

Close